कभी ना कभी हर Facebook User को ऐसा लगा होगा की बस अब और सहन नहीं किया जाता, बहुत हो गया यह दुसरो को देखना और अपना दिखावा करना ..
आज दिल कह रहा है की अपना Account Deactivate करदू !
आखिर कबतक यह ढोंग, यह झूठी चमक, यह हर वक़्त होने वाली कुछ ना कुछ हलचल का ब्योरा दुनिया को देते रहू आखिर कबतक ,थक गय हूँ बस अब , अब और कुछ लिया नहीं जाता कुछ किया भी नहीं जाता !
अपने अस्तित्व को मिटा- मिटा के फिर से सजाना अब और नहीं सुहाता मुझे, इस झूठी सुंदरता और झूठी शान से आजतक मैं अंदर से और खोखला ही हुआ हूँ, कहाँ से लाउ यह Awesome कहलाने वाले Events जो कभी घटित ही नहीं हुए, मेरी इस शांत और संपूर्ण ज़िन्दगी में, और क्यूं करू मैं अब उनकी झूठी रचना।
जब मुझे सुकून सिर्फ शांति से रहने में मिलता है तो क्यों करू यह बेफजूल का हो हल्लाह ! फोटो पर कुछ…
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